रसोई एक कला है । एक ही व्यंजन दो अलग बनाए तो दोनों का टेस्ट एक जैसा नहीं आता दोनों के टेस्ट अलग होते है ,रसोई में धैर्य चाहिए जो सब के बस की बात नहीं ।रसोई बनानी सब के लिए आसान नहीं। ।किसी को रसोई बोरिंग लगता है पर मेरे लिए रसोई प्रेम और धैर्य से सिंची हुई कला है। सब के लिए अलग और स्वादिष्ट व्यंजन बनान मुझे बहुत पसंद है।
रसोई एक कला है । एक ही व्यंजन दो अलग बनाए तो दोनों का टेस्ट एक जैसा नहीं आता दोनों के टेस्ट अलग होते है ,रसोई में धैर्य चाहिए जो सब के बस की बात नहीं ।रसोई बनानी सब के लिए आसान नहीं। ।किसी को रसोई बोरिंग लगता है पर मेरे लिए रसोई प्रेम और धैर्य से सिंची हुई कला है। सब के लिए अलग और स्वादिष्ट व्यंजन बनान मुझे बहुत पसंद है।