
यह कोटा की कचोरी से हमारा बचपन जुड़ा है।इसको बनाना जैसे अपने बचपन की यादों में अपने मम्मी पापा के प्यार को अपने साथ रखकर इसको मैंने बनाया ।
यहां मुंबई मै ये कचोरी नहीं मिलती है तो हम इसको बनाकर ही खाते है। अब हमारे पापा इस दुनिया में हमारे साथ नहीं है पर उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है। मैंने अपने ससुरजी से बनानी सीखी है इस कचोरी का मसाला बनाने की विधि। तो यह रेसिपी मै दोनों पापा को डेडिकेट करना चाहती हूं।Thank you cookpad 🙏
यहां मुंबई मै ये कचोरी नहीं मिलती है तो हम इसको बनाकर ही खाते है। अब हमारे पापा इस दुनिया में हमारे साथ नहीं है पर उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है। मैंने अपने ससुरजी से बनानी सीखी है इस कचोरी का मसाला बनाने की विधि। तो यह रेसिपी मै दोनों पापा को डेडिकेट करना चाहती हूं।Thank you cookpad 🙏