कुकिंग निर्देश
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आलुओं को कुकर में पानी डालकर उबालेंगे और बैंगन,टमाटर को तेल चुपड़कर आग पर पकाएंगे।
- 2
आलू, बैंगन और टमाटर को ठंडा करके उनके छिलकों को उतार लेंगे और बैंगन के डंठल को काट कर हटा देंगे।
- 3
अब आलू, बैंगन, टमाटर, प्याज़, मिर्च, नमक, नींबू का रस,अदरक लहसुन का पेस्ट और राई तेल को आपस में मिलाकर अच्छी तरह से एकसार कर लेंगे और एक बर्तन में निकाल कर सर्व करेंगे।
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लिट्टी चोखा (बैंगन चोखा और टमाटर चोखा)
बिहार के खानपान का जिक्र होते ही सबसे पहले लिट्टी चोखा का नाम ही जुबान पर आता है। ठंड में इसे खाने का अपना अलग ही मज़ा है यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है।#Grand#Street#Post5 Sunita Ladha -
बैंगन आलू और टमाटर का इंस्टेंट चोखा (baingan aloo aur tamatar ka instant chokha recipe in Hindi)
#mic#week4#baigan#aaluवैसे तो चोखा भून कर बनाया जाता है लेकिन आज मैने कुकर में बनाया है...जो कि बनाने में भी आसान और खाने में भी स्वादिष्ट लगती है इसे लिट्टी , पराठा , दाल चावल के साथ खाया जाता है Geeta Panchbhai -
भुने हुए आलू,बैंगन,प्याज और टमाटर का मिक्स भरता (चोखा)
#wsबैंगन का भरता एक लोकप्रिय भारतीय सब्जी है, जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है। इसे बनाना काफी आसान है इसलिए इसे आप लंच या डिनर कभी भी बनाकर खा सकते हैं। आप में से कई लौंग ऐसे भी होंगे जिन्हें बैंगन से बनी अन्य सब्जी पसंद न हो लेकिन बैंगन का भरता फिर भी चाव से खा लेते हैं। बैंगन के भरते को 2 तरीके से बनाया जाता है ,एक तो भुन कर और दूसरा सब्जियों को उबाल कर और इसमें तड़का लगा कर |तो चलिए आज हम बनाते हैं सब्जियों को भुनकर देसी तरीके से और बिना तड़के बाला स्वादिष्ट भरता- Archana Narendra Tiwari -
आलू और बैंगन का बचका।
#BSWयूं तो हमारे यहां बचका खानें का कोई मौसम नहीं होता है बस खानें का मन और मौक़ा होना चाहिए। होली, दशहरा, दिवाली तो त्योहार है और इसमें भी लोग कुछ बढ़िया न खाएं त त्योहार किस बात का।अब लीजिए अचानक से गेस्ट आ गये और बाजार में कुछ मिलने का समय नहीं है तब कुछ सब्जी और बेंसन तो घर में है न ,बचका छान के दे देते हैं चाय के साथ वो भी खुश और परिवार भी बचका खाकर ख़ुश, अच्छा हुआ कि फलां वे-वख्त आ गये बड़ी दिन से बचका नहीं खाएं थें ।जब कभी सिम्पल खाना बना दीजिए तब बाबू साहेब नाक भौं सिकोड़नें लगतें हैं -धत खाली दाल चावल और सब्जी बनाई हो इ न कि दुगो बचका छान दे तब बबुआ खातिर बचका तो छान कर देना ही पड़ेगा, सारांश यह है कि जब आम दिनों में बचका प्रेम इतना है तो बारिश के मौसम में हमारे यहां बचका कैसे न बने। मानसून स्पेशल मैं भी घर पर आलू और बैंगन का बचका छान कर सबको खिला दिए,सब खुश तो हम भी ख़ुश, गा रहें हैं,.... आद्रा में बदरा छाए...... ~Sushma Mishra Home Chef -
आलू,बैंगन और टमाटर का भरता (aloo baingan aur tamatar ka bharta recipe in Hindi)
#GA4#Week24#garlicPost 2बैंगन का भरता और लिट्टी बिहार प्रांत का लोकप्रिय व्यंजनों मे से एक हैं ।यह स्वादिष्ट और पौष्टिकता से भरपूर होता है ।भरता को सम साइड डिशेज़ के तौर पर दाल - चावल और खिचड़ी के साथ भी परोसते है । ~Sushma Mishra Home Chef -
बैंगन आलू का चोखा
बैंगन का चोखा यह बिहार में की फेमस सब्जी है लेकिन इसे मैं थोड़ा अपने स्टाइल से बनाया है#GA24 vandana -
बैंगन का चोखा (baingan ka chokha recipe in Hindi)
#GA4 #week9बैंगन का चोखा खाने में बहुत ही टेस्टी होता है। ये फटाफट आसानी से तैयार हो जाता है।। डेली का सिंपल खाना भी बैंगन के चोखा के साथ बहुत टेस्टी लगता है। बाटी के साथ तो चोखा का बहुत ही अच्छा जोड़ होता है लेकिन मुझे तो यह पराठे के साथ भी बहुत टेस्टी लगता है। Geeta Gupta -
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बैंगन का भरता साथ में बाजरे की रोटी और किचन
#WIN #WEEK7यह रेसिपी मैंने पोष महीने की पूर्णिमा के दिन बनाई थी हमारे गुजरात में पोष महीने की पूर्णिमा का दिन बहुत ही खास होता है इसी के दिन बहन अपने भाई के लिए व्रत रखती है खास तौर पर इसी दिन हम बाजरे की बैंगन का भरता खिचड़ी बनाते हैं और एक बाजरे की छोटी रोटी छेद वाली बनाते हैं और वह रोटी से छत पर जाकर वह चंद्रमा को देखते हैं और देखते फिर वह अपने भाई से पूछती है कि चाना चाना चानकडी अगाशी ये रांघीया अन भाई नी बेन रमे के जमे? ऐसा पूछती है मतलब के भाई की बहन आज खाना खाए या खेलें बरसों से चला रहा है बरसों से यह परंपरा चली आ रही है बहन शादी के बाद भी यह व्रत रखती हैं लेकिन वह इस रस्म को वैसा नहीं निभा पाते क्योंकि शादी हो जाने के बाद कहां भाई .….. लेकिन आजकल तो वीडियो कॉल का जमाना है इससे भी बात हो ही जाती है और यह रसम भी नीभाई जाती है जैसा मैंने निभाई है☺️ Neeta Bhatt -
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लिट्टी चोखा (Litti chokha recipe in Hindi)
#goldenapron3#week25#sattuबिहार का पारंपरिक और लोकप्रिय व्यंजन लिट्टी चोखा। Mayank Negi -
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बिहार का प्रसिद्ध लिट्टी चोखा
#ebook2020 #state11बिहार का नाम आए और लिट्टी चोखे की बात ना हो ,यह तो बिल्कुल भी संभव नहीं !!!कहा जाता है कि मगध काल में लिट्टी चोखे का प्रचलन ज्यादा बढ़ा , तो आइए निकल पड़े इस यात्रा पर हम आप भी AKANSHA SANJAY SRIVASTAVA -
सत्तू की लिट्टी और बैंगन का चोखा
#ga24#week36सत्तू की लिट्टी तो सभी को खाना बहुत ही पसंद होता है।बच्चे हो या बड़े सभी बहुत ही पसंद से खाते हैं। लिट्टी चोखा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि भारत से बाहर भी बहुत फेमस डिस हैं। और बिहार की तो शान है लिट्टी चोखा। @shipra verma -
लिट्टी चोखा (litti chokha recipe in Hindi)
#ebook2020 #state11लिट्टी चोखा बिहार की एक फेमस डिश है आज मैंने लिट्टी को अप्पे पैन में बनाया है। Geetanjali Awasthi -
चोखा/बैंगन का भरता(chokha baingun ka bharta recipe in hindi)
#ST3#U, pWeek3Chokhaआज मैंने उत्तर प्रदेश की फेमस रेसिपी चोखा बनाया है,जो कि अब इतना फेमस हो गया है कि अब इसे हर जगह बड़े ही स्वाद के साथ बनाते है और खाते हैं, आइये बनाते है। Shradha Shrivastava -
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आलू का चोखा(Aloo ka chokha recipe in Hindi)
#cvrबच्चों को टिफिन में बदल बदल कर खाना देना होता है और ज्यादातर बच्चे आलू खाना ही पसंद करते हैं तो आप अपने बच्चे के लिए आलू का चोखा खिला कर उसका मन खुश कर दीजिए। Deepti Singh -
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काठियावाड़ी बैंगन का भरता (kathiyawadi baingan ka bharta recipe in Hindi)
#winter4#wsयह काठियावाड़ी बैंगन का भरता थोड़ा तीखा और ज्यादा तेल वाला होता है जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगता है और ज्यादातर विंटर में खाया जाता है और इसे काठियावाड़ी लौंग बाजरे की रोटी के साथ सर्व करते हैं विंटर में गांव में ज्यादातर इसकी पार्टीज भी होती है Sonal Gohel -
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आलू बैंगन मूली सोयाबीन और टमाटर की सब्जी
#Sep #TAMATAR एक बार आलू बैंगन मूली सोयाबीन और टमाटर की सब्जी इस तरह से बना कर देखिए उंगलियां चाटते रह जाएंगे आप Mona Singh -
लिट्टी चोखा और चटपटी तीखी चटनियां
#SwadKaKhazana#स्टाइलयह पारंपरिक भोजन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, इसमे सत्तू का प्रयोग होता है जो हमें प्रोटीन के साथ साथ स्वाद भी देता है "साधारण और स्वादिष्ट"। Neetu Kumari -
लिट्टी चोखा
#Gharelu#post3लिट्टी चोखा बिहार की एक मशहूर डिश है जो बिहार के बाहर भी लोग पसंद करते हैं। यह पौष्टिक और स्वादिष्ट होती है क्योंकि ये गेहूँ के आटे और सत्तू से बनती है और तली हुई नहीं होती है। यह हमारे बिहार में हर घर में पसंद की जाती है। इसे घी में डुबो कर बैंगन, टमाटर और आलू के चोखे/भर्ते और हरी धनिया की चटनी के साथ खाया जाता है। Sanuber Ashrafi
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