घेवर खीर के साथ (Ghevar kheer ke sath recipe in Hindi)

Dr Kavita Kasliwal
Dr Kavita Kasliwal @kavitakasliwal
Hyderabad

#sawan #ebook2020 #state1 घेवर सावन के महीने में राजस्थान में सबसे ज्यादा खाए जाने वाली मिठाई है। इसको हर मां बाप या भाई के द्वारा बहन बेटियों के ससुराल भी भेजा जाता है। अबतक घेवर मैदा के बने हुए और बाज़ार के ही खाए थे। पर मैंने इसको गेहूं के आटे को छानकर घर में बनाया है। इसके स्वाद और टेक्सचर में कोई कमी नहीं है। मुझे और मेरे परिवार को गेहूं के आटे से बना यह घेवर मैदा से बने हुए घेवर से कही ज्यादा स्वादिष्ट लगा। इसको बनाकर सूखा ही फ्रिज में हवाबंद डिब्बे में 2-3 महीने तक रखा जा सकता है। आवश्यकता के अनुसार निकालकर चाशनी लगा सकते हैं ।चाशनी लगाने पर 6-7 दिन तक और रबड़ी लगाने पर 3 दिन तक स्टोर किया जा सकता है।

घेवर खीर के साथ (Ghevar kheer ke sath recipe in Hindi)

#sawan #ebook2020 #state1 घेवर सावन के महीने में राजस्थान में सबसे ज्यादा खाए जाने वाली मिठाई है। इसको हर मां बाप या भाई के द्वारा बहन बेटियों के ससुराल भी भेजा जाता है। अबतक घेवर मैदा के बने हुए और बाज़ार के ही खाए थे। पर मैंने इसको गेहूं के आटे को छानकर घर में बनाया है। इसके स्वाद और टेक्सचर में कोई कमी नहीं है। मुझे और मेरे परिवार को गेहूं के आटे से बना यह घेवर मैदा से बने हुए घेवर से कही ज्यादा स्वादिष्ट लगा। इसको बनाकर सूखा ही फ्रिज में हवाबंद डिब्बे में 2-3 महीने तक रखा जा सकता है। आवश्यकता के अनुसार निकालकर चाशनी लगा सकते हैं ।चाशनी लगाने पर 6-7 दिन तक और रबड़ी लगाने पर 3 दिन तक स्टोर किया जा सकता है।

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सामग्री

1.5 घंटा
5 घेवर मीडियम
  1. 2 कटोरीगेहूं का आटा (साइज कोई भी हो)
  2. 1/4 कटोरीदेसी घी
  3. 1/4 कटोरीठंडा दूध
  4. 1/2 टी स्पूननींबू का रस
  5. 2 कटोरीसामान्य तापमान वाला पानी
  6. 2 कटोरीफ्रिज का ठंडा पानी
  7. कुछबर्फ के टुकड़े
  8. आवश्यकतानुसारतलने के लिए घी

कुकिंग निर्देश

1.5 घंटा
  1. 1

    सारी सामग्री एकत्रित कर ले। जिस आकार की कटोरी से आटा लिया है उसी आकार की कटोरी से अन्य चीजें लेे। नाप से सामग्री लेने पर और अंत में नोट में दी गई बातों का ध्यान रखेंगे तो घेवर अच्छा ही बनेगा।

  2. 2

    मिक्सर में घी (सामान्य तापमान का) और 4-5 बर्फ के टुकड़े डाले और जबतक घी मुलायम ना हो हो जाए, बार बार चलाएं। बीच बीच में सारे घी को इकट्ठा करते रहे और फिर मिक्सर चलाएं।

  3. 3

    अब थोड़ा आटा और थोड़ा दूध मिक्सर में डालकर थोड़ी सी देर चलाएं। फिर और आटा डाले और पूरा दूध डालकर चलाएं।

  4. 4

    ऐसे ही बार बार थोड़ा थोड़ा सामान्य तापमान वाला पानी और थोड़ा आटा डाले और मिक्सर चलाएं।

  5. 5

    सामान्य पानी ख़तम हो जाने पर ठंडा पानी भी थोड़ा थोड़ा डाले और थोड़ा आटा भी मिलते जाए। इस तरह से 4कटोरी पानी घोल में लग जाएगा।

  6. 6

    घोल चित्र के अनुसार पतला रहेगा। मिक्सर से दूसरे बाउल में घोल को निकाल ले। फिर उस बाउल के नीचे एक और बर्तन रखे जिसमें बर्फ के टुकड़े रखे ताकि घोल अंत तक ठंडा ही बना रहे। 1/2 टी स्पून नींबू का रस डालकर घोल को अच्छे से मिला लेे। घेवर तलने के लिए घी भी किसी गहरे बर्तन में आधे बर्तन तक घी डालकर तेज आंच पर गरम होने रख दे। मैंने 1किलो का स्टील का डिब्बा लिया है। इसको कढ़ाही, भगोने/ पतीले किसी भी गहरे बर्तन या घेवर के सांचे में रखकर बनाया जा सकता है। थोड़ा सा घोल डालकर चेक कर ले।

  7. 7

    घी बहुत तेज गरम होना चाहिए। फिर चम्मच या किसी भी बॉटल जिसमें नोज़ल हो, से घोल की घी में पतली धार छोड़नी है। घोल बहुत थोड़ा थोड़ा डाले फिर घी एकदम से उफन कर बाहर नहीं आएगा। ऐसा 15-16 बार कम से कम करना होगा। बीच में जगह ना रहे तो चाकू या किसी भी चीज़ से छेद बना के। घोल को हमेशा बीच में ही और ऊंचाई से पतली धार छोड़ते हुए ही घी में डालना है। 70% तक सिक जाने पर चाकू से किनारे थोड़ा छुड़ा लेे और घेवर को बहुत हल्के हाथ से घी में डूबो दे ताकि ऊपर से भी सिक जाए।

  8. 8

    घोल डालते समय शुरू में गैस तेज रखे फिर 4-5 बार डाल देने पर गैस मीडियम कर ले। घेवर के सिक जाने पर सावधानी के साथ किसी रॉड या चाकू से धीरे से घेवर घी से निकाल कर थोड़ी देर डिब्बे पर ही टिका दे ताकि एक्स्ट्रा घी निकल जाए। फिर किसी जाली पर रख दे। जाली के नीचे प्लेट रख ले ताकि घी उसी में गिरे।

  9. 9

    नोट :- 4-5 बार घोल डालने के बाद घी इतना नहीं उफनता है। पर हमेशा घोल थोड़ा थोड़ा और धीमी गति से धार के रूप में डाले। जब भी नए घेवर को बनाने के लिए घोल डालेंगे पहले घी तेज गरम करे। घोल में जरूरत पड़ने पर 1-2 टेबल स्पून ठंडा पानी डालते रहे। जब भी घोल डाले हमेशा उसे हिला कर लेे। इसी प्रकार सभी घेवर बनाकर रख ले।

  10. 10

    इसको चावल की खीर के साथ, रबड़ी लगाकर या एक तार की गुनगुनी गरम चाशनी घेवर पर चढ़ाकर (घेवर पर चारो ओर, ऊपर नीचे से डालकर) भी खाया जाता है। घेवर के छोटे छोटे टुकड़े करके गरम दूध में डालकर भी खाया जाता है।

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Cook Today
Dr Kavita Kasliwal
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Hyderabad
मै मूल रूप से राजस्थान से हूं और मुझे पढ़ने और पढ़ाने का शौक है। यही कारण है कि MA, MPhil, Aacharya, PhD करने के बाद भी अभी जैन दर्शन में शास्त्री कर रही हूं। पर जब भी खाना बनाती हूं तो वो भी पूरे दिल और दिमाग से बनाती हूं। जैन भजन या प्रवचन चलाकर मै कुकिंग करना पसंद करती हूं। मै जैन डाइट का पालन करती हूं , इसलिए जैन रेसीपी ही बनाती हूं। मैं सभी मसाले, आटा, बेसन भी घर पर ही स्वयं बनाती हूं। ये सभी चीजे क्योंकि ताजा ही होते हैं इसलिए मेरा जैन फूड मेरे परिवार, दोस्तो को बहुत पसंद आता है। मेरे अपार्टमेंट में मेरे हाथ की बनाई मिठाईयां बहुत प्रसिद्ध है। लोग उनका मुझे ऑर्डर भी देते हैं। स्वास्थ्य ठीक रहा तो उन लोगो को जरूर बना कर देती हूं। मै बहुत सारे कुकिंग शो सालो से देखती आ रही हूं पर रेसीपी अपने तरीके से अपने परिवार के हिसाब से बनाती हूं और अब वही लिख देती हूं। मेरा पूरा प्रयास रहता है कि जो भी रेसीपी लिखूं तो वो अपने आप में पूर्ण हो और उसको देखकर बनाने वाले को, बनाने में आसानी हो। रेसिपी लिखते ज्यादा समय नहीं हुआ है। मार्च 2020 से cookpad की सदस्या बनने के बाद से ही हिन्दी में रेसीपी लिखना शुरू किया है।
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